काशी के हुनरमंद कारीगरों की लकड़ी पर उकेरी गई ‘राम दरबार’ की मूर्तियों को अयोध्या के राम मंदिर में सजाया जायेगा। वाराणसी के काष्ठ कलाकारों ने भगवान राम के विभिन्न लीलाओं को 52 प्रकार से तैयार किया हैं। जिसे अयोध्या भेज भी दिया गया हैं। राम की नगरी अयोध्या और शिव की नगरी काशी का धार्मिक संबंध पहले से रहा है। अब काशी और अयोध्या का व्यावसायिक संबंध भी बन रहा है।
शिलान्यास के बाद एक ओर अयोध्या में पर्यटकों की आमद बढ़ी है, वहीं काशी के हुनरमंद कारीगरों की लकड़ी पर उकेरी गई ‘राम दरबार’ की मूर्तियों की मांग बढ़ी है। वाराणसी में आने वाले पर्यटक भी राम दरबार की मूर्तियों खास पसंद कर रहे हैं। इन काष्ठ कलाकारों का कहना है कि राम दरबार की मांग ज्यादा आ रही है। लकड़ी खिलौना उद्योग से जुड़े लोगो का कहना कि अयोध्या में आने वाले धार्मिक पर्यटकों को लकड़ी पर उकेरी गई राम दरबार की मूर्तियों को बेहद पसंद आ रही है।
शुभी अग्रवाल ने कहा कि अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में प्रभु राम लला विराजमान होंगे यह हमारे लिए एक उत्सव का दिन होगा। उन्होंने कहा कि हमने लकड़ी पर रामलीला के विभिन्न प्रसंगों को बनाया है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 52 प्रकार के लीलाओं को लकड़ी के माध्यम से बनाकर अयोध्या भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि इसके लिए हम लोग 3 साल से कम कर रहे थे। अब यह सभी वहां के म्यूजियम में रखे जाएंगे यह हमारे लिए काफी खुशी की बात है।