बीएचयू आईआईटी की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले में तीन आरोपियों को दो माह बाद काफी दबाव के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। ये तीनों आरोपी बीजेपी आईटी सेल से हैं व बीजेपी के बड़े नेताओं से इनके सम्बन्ध है, इसकी वजह से इनकी गिरफ्तारी में इतना समय लग गया। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली बीजेपी की कथनी व करनी में फर्क है। पीड़ित छात्रा को न्याय दिलवाने, दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने, प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त कराने व महिला सुरक्षा की मांग को लेकर AAP उत्तर प्रदेश महिला प्रकोष्ठ व आम आदमी पार्टी, वाराणसी के द्वारा बुधवार को लंका चौराहा, बी.एच.यू. गेट, मालवीय जी की मूर्ति के पास जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।
महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव रेखा जायसवाल ने कहा कि बी.एच.यू. की घटना यह दर्शाती है कि प्रदेश सरकार दुष्कर्मियो के साथ खड़ी हुई है और उनको बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही थी। उन्होंने बीएचयू की पीडित छात्रा के दोषियों को फांसी देने की मांग करते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने की मांग की है। कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश उपाध्यक्ष सुशीला वर्मा ने कहा कि इस घटना को 2 महीने हो गये और इस दरम्यान कुछ लोगों ने दोषियों को बचाने का प्रयास किया, वह लोग कौन हैं, इसकी भी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को कठोर से कठोर दण्ड दिये जाने की आवश्यकता है।