काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सुश्रुत हॉस्टल में आग लगने से 100 से ज्यादा रद्दी दरवाजे जलकर खाक हो गए। यह देख छात्र कमरों से बाहर निकल गए। हालांकि, किसी कमरे तक आग नहीं पहुंची और न ही जानमाल की कोई क्षति हुई है। फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियों ने 2 घंटे में आग पर काबू पा लिया।
बीएचयू में ट्रॉमा सेंटर कैंपस के अंदर स्थित सुश्रुत हॉस्टल में कई दिनों से कमरों में दरवाजे बदलने का काम चल रहा था। यहां पर जूनियर और सीनियर रेजीडेंट्स डॉक्टर्स रहते हैं। कमरों के पुराने दरवाजों को हॉस्टल के कोर्टयार्ड में ही रखवाया गया था। भोर में वहां लकड़ियां सुलगने लगीं और देखते ही देखते उसमें आग पकड़ ली। हो-हल्ला मचने पर कमरों में सोए डॉक्टरों की नींद खुली। आग देखते ही हॉस्टल से बाहर भागने लगे। इसी दौरान फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया गया।
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