ओम नमः शिवाय के साथ सैकड़ों मुसलमानों ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया। मुसलमान ज्ञानवापी के सच के साथ है । हमारे पूर्वजों के भगवान से मिलने का अवसर मिला मुस्लिमों के जत्थे का नेतृत्व नाज़नीन अंसारी एवं ठाकुर राजा रईस ने किया। औरंगजेब ने पाप किया, उसके कलंक को ढोना नहीं है। काशी को महादेव के नाम से जाना जाता हैं। नाज़नीन ने शिव तांडव स्तुति किया। एक तरफ विश्व संघर्ष की ओर तेजी से बढ़ रहा है , वहीं दूसरी ओर संघर्ष को खत्म करने की बड़ी पहल मुस्लिम समुदाय के द्वारा शुरू हो गयी है।
औरंगजेब ने 1669 में जब ज्ञानवापी मन्दिर तोड़ा था और उस पर मस्जिद बनवाया था तो उसने कभी नहीं सोचा होगा कि उसी के मजहब को मानने वाले एक दिन उसके गुनाहों की मुखालफत करेंगे। भले ही ज्ञानवापी मन्दिर का मसला कोर्ट में चल रहा है और इस मुकदमे को हिन्दू मुसलमानों के बीच संघर्ष के रूप में देखा जा रहा हो लेकिन आज मुस्लिम राष्ट्रीय मंच एवं मुस्लिम महिला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में लखनऊ से मुसलमानों का जत्था काशी के लिए रवाना हुआ। काशी पहुंचने पर मुस्लिम महिला फाउंडेशन के बैनर तले सदस्यों ने दर्शन पूजन किया।