संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती पर रविदास मंदिर में लाखों भक्तो ने गुरु चरणों में नवाया शीश, रैदासियो में दिखा समर्पण और सेवा भाव

संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती पर सीर गोवर्धन स्थित उनकी जन्मस्थली पर लाखों रैदासियो का हुजूम उमड़ पड़ा। जगह-जगह सेवा और समर्पण का भाव दिखाई दिया। 

एक तरफ रविदास मंदिर में भक्तों की लंबी कतार लगी थी तो दूसरी ओर भीड़ नियंत्रित करने के लिए सैकड़ों सेवादार अपनी-अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद दिखे। जिसे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह उसे पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे थे। सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर के स्वर्ण शिखर पर अब सोने का निशान साहिब स्थापित किया गया। 

शनिवार को संत रविदास जी की 647वीं जयंती पर 'श्री हरि अंकित स्टील के निशान साहिब को बदलकर स्वर्ण निशान साहिब स्थापित किया गया। संत रविदासिया धर्म संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संत मनदीप दास ने कहा कि श्री गुरु रविदास बैरगैमो इटली समूह साध संगत की ओर से यह भेंट किया गया। संत मनदीप दास ने कहा कि निशान साहिब रविदासिया धर्म का सबसे प्रमुख चिन्ह है। 

इस मंदिर को स्वर्ण मंदिर बनाने के उद्देश्य में निशान साहिब को स्वर्ण मंडित किया गया। कार्यक्रम के दौरान संत सुमित्र दास, संत गोपालनंद दास समेत करीब 500 एनआरआई भी रहे। कार्यक्रम के दौरान 'गुरु रविदास शक्ति अमर रहे तथा 'जय गुरुदेव, 'धन गुरुदेव के घोष से पूरा सीरगोवर्धनपुर गूंज उठा। वही मौके पर उपस्थित रैदासियों ने जमकर पुष्प वर्षा की और गुरुभक्ति मे जमकर झूमे। 

इस दौरान पूरा परिसर खचाखच भरा हुआ था। सभी श्रद्धालुओं ने पूर्ण श्रद्धा भाव के साथ गुरु चरणों में शीश नवाया इसके साथ ही दर्शन हेतु पहुंचे लाखों भक्तों ने लंगर छका। इस मौके पर सीर गोवर्धनपुर मिनी पंजाब के रूप में दिखाई पड़ा।

Post a Comment

Previous Post Next Post