रियल एस्टेट कंपनी विनायक ग्रुप के फर्जीवाड़े पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर है। ईडी ने वीडीए से इसको लेकर जानकारी मांगी है। इसको लेकर ईडी के अधिकारियों ने वीडीए को पत्र लिखा है। विनायक ग्रुप की ओर से वीडीए में दाखिल किए गए फर्जी पूर्णता प्रमाणपत्र और बाकी अनुमतियों संबंधी दस्तावेज मांगे हैं। विनायक ग्रुप की कंपनी मेसर्स विनायक निर्माण प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ वीडीए के अधिकारियों ने बीते अक्टूबर में मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले में खुलासा विनायक ग्रुप और उसके पार्टनर अबू आजमी के करीबियों के ठिकानों से मिले दस्तावेजों से हुआ था। आयकर विभाग नवे वरूणा गार्डन के 42 बेनामी फ्लैट और मलदहिया स्थित विनायक प्लाजा के दो फ्लोर बेनामी एक्ट में जब्त कर लिए थे। साथ ही विनायक ग्रुप के कई बैंक खातों को सीज किया था। आयकर जांच में सामने आया था कि वरूणा गार्डन के 42 फ्लैट अबू आजमी के हैं। उनका बेनामीदार विनायक निर्माण प्राइवेट लिमिटेड है। इनमें दो फ्लैट, तीन बेडरूम और 40 फ्लैट दो बेडरूम वाले थे। वरूणा गार्डन में अबू आजमी समेत कई साझेदार थे। इन सभी के हिस्से 42-42 फ्लैट थे।