कैट-रथयात्रा मार्ग पर सिगरा चौराहा के पास लगभग 15 फीट के व्यास में सड़क धंस गई। संयोग से उस समय रेड सिग्नल के चलते कैंट से रथयात्रा की ओर जाने वाले और दूसरी लेन में रथयात्रा की ओर से कैंट की ओर जाने वाले वाहन चौराहा के पास खड़े थे। सैकड़ो आंखों ने पहली बार सड़क धंसते देखा। एक बार धंसने के लगभग 30 मिनट बाद सड़क दूसरी ओर धंस गई। मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने स्थानीय लोगों की मदद से प्रभावित सड़क के चारो ओर बैरिकेडिंग करवाई। फिर, चौराहा से रथयात्रा की ओर जाने वाली लेन पर यातायात रोक दिया गया। इसका असर शहर के बड़े इलाके में भयानक जाम के रूप में सामने आया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सिगरा चौराहा से रथयात्रा की ओर दस कदम बढ़ते ही सड़क पहले दबी, फिर बैठ गई। मौके पर बड़ा गड्ढा हो गया। उस समय ट्रैफिक रूकी हुई थी। अफरातफरी के बीच दूसरी लेन से वाहनों को आगे बढ़ाने की कोशिश हो ही रही थी कि लगभग 30 मिनट बाद चौराहा से महमूरगंज मोड़ और फिर सिद्धगिरी बाग मोड़ पर भी धंसाव हो गया। सिद्धगिरी बाग मोड़ का धंसाव तो सड़क किनारे के मकान-दुकान तक पहुंच गया है। इससे लोग बड़े हादसे की आशंका से सहमे हुए हैं।
सड़क देखने के चलते पूरे शहर में भीषण जाम की स्थिति देखने को मिली शहर का लगभग ऐसा कोई भी इलाका नहीं रहा जो जाम की चपेट में ना हो हर गली में जाम की स्थिति रही और लोग घंटो जूझते रहे। सड़क धंसने के कारण भेलूपुर डब्ल्यूटीपी से शहर में वरुणापार के क्षेत्रों को छोड़कर करीब 60 हजार परिवारों में पेयजल आपूर्ति नहीं हुई। सड़क धसने का कारण पेयजल पाइप में भूमिगत लीकेज होना बताया जा रहा है इसकी मरम्मत में टीम में लगाई गई है। वहीं सड़क धसने के चलते यातायात एडवाइजरी जारी की गई है।