अस्सी घाट पर गंगा में डूबने से एक 12 साल के बच्ची की मौत हो गई। वो अपनी बहन के साथ गंगा नहाने आई थी। एनडीआरएफ की टीम ने करीब 4 घंटे के बाद शव को बाहर निकाला। पुलिस ने शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि सराय नंदन खोजवा की रहने वाली (12) वर्षीय सलोनी प्रजापति अपनी (16) वर्षीय बहन सुनैना के साथ गंगा नहाने के लिए मंगलवार की सुबह करीब 6.30 बजे आई थी। अस्सी घाट पर दोनों बहनें नहा रही थी। नाविकों ने उन्हे गहरे पानी में न जाने के लिए कहा लेकिन वो नहीं मानीं। दोनों बहने अस्सी घाट पर उस तरफ चली गईं जहां लोगों की आवाजाही कम थी। बड़ी बहन किनारे नहा रही थी जबकि सलोनी गहरे पानी की तरफ चली गई। डूबने पर उसने आवाज लगाई लेकिन उसकी बहन उसे बचा नहीं सकी। जब वो डूब गई तो बड़ी बहन ने आवाज देकर लोगों को बुलाया। कई नाविक और अन्य लोग वहां पहुंचे लेकिन उसे निकाला नहीं जा सकी। आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी एनडीआरएफ को दी।
मौके पर एनडीआरएफ और गोताखोरों की दो-दो टीमें पहुंचीं। करीब 4 घंटे तक तलाश की जाती रही लेकिन बच्ची का पता नहीं लग पा रहाा था। आखिरकार 10.30 बजे शव को बाहर निकाला जा सका। इधर घटना की जानकारी पुलिस ने घर वालों को दी। मौके पर दोनों बच्चियों के पिता और भाई पहुंचे। उन्होंने बताया कि दोनों को घर वाले यहां आने के लिए मना कर रहे थे लेकिन वो नहीं मानीं आखिरकार हादसा हो गया।
खुद भी मरने जा रही थी बड़ी बहन
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ। बड़ी बहन चिल्लाती रही। उसकी बहन को निकालने के लिए कुछ नाविक गंगा में भी कूदे लेकिन पता नहीं लगाया जा सका। ऐसे में साथ आई बड़ी बहन भी गंगा में कूदकर जान देने की बात कहने लगी। लोगों ने उसे गंगा में छलांग लगाने से रोका।
डूबने वाले बच्ची के भाई गौतम प्रजापति ने बताया कि दोनों बहनें मम्मी से जिद करके गंगा में स्नान करने आई थी। मम्मी ने इन दोनों को मना किया था लेकिन नहीं मानी। गौतम ने बताया कि हम 2 भाई 3 बहन थे जिसमें डूबने वाली सलोनी चौथे नम्बर की थीं। उन्होंने बताया कि वह पढ़ने में बहुत होनहार थी और कक्षा 8 में पढ़ाई कर रही थी। पुलिस ने शव के शिनाख्त के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।