भगवती के गौरी स्वरूप के दर्शन के क्रम में प्रथम दिन हुआ मां मुख निर्मलीका गौरी का दर्शन

चैत्र नवरात्र में मां भगवती के गौरी स्वरूप के दर्शन पूजन की विशेष मान्यता होती है काशी में भक्ति माता गौरी के नौ स्वरूपों का दर्शन पूजन करते हैं इसी कड़ी में चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मां भगवती के गौरी स्वरूप के प्रथम स्वरूप मां मुखनिर्मलीका गौरी के दर्शन पूजन का महात्म है। 

चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मान्यता के अनुसार माँ गौरी का दर्शन पूजन करने का विधान है इसी क्रम में गाय घाट स्थित माँ मुखनिर्मालिका गौरी का दर्शन पूजन किया गया मंदिर के महंत नारायण महाजन ने बताया की यह सौभाग्य की देवी है । इनके दर्शन पूजन से सौभाग्य बना रहता है। परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है यह मंदिर ठीक गंगाघाट जो की गाय घाट के नाम से जाना जाता है।

वही स्थापित है इस दौरान सुरक्षा में भी कई सामाजिक संगठनों ने काम किया लोगो को दर्शन पूजन करने में मदद की। भक्तों ने कतार बद्ध होकर मां के अद्भुत स्वरूप का दर्शन पूजन किया और मां को प्रिय नारियल चुनरी गुड़हल की माला फल फूल मिष्ठान इत्यादि अर्पित किया। इस दौरान पूरा मंदिर परिक्षेत्र मां के जयकारों से गूंजता रहा।


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