गर्मी के सीजन की शुरुआत के साथ गंगा में स्नान करने वालो की भीड़ बढ़ जाती है। चेतावनी के बाद भी पर्यटक स्नान करते हुए गहरे पानी में चले जाते हैं। जिसके कारण उन्हें अपनी जान गवानी पड़ती है। ऐसा ही एक हादसा नाविकों और जल पुलिस की तत्परता से होते-होते रहे गया।
दरअसल,अस्सी घाट पर कुछ युवाओं की टोली गंगा स्नान करते-करते गहरे पानी की तरफ चले गए जिसमें दो युवक डूबने लगे पास खड़े नाविकों ने तत्परता दिखाते हुए दोनों की जान बचाई।
नाविकों ने गंगा में कूदकर बचाई जान
अंगद साहनी ने बताया कि हम और मेरा भाई अमन साहनी सवारी भर रहे थे तभी हमारी नजर दो युवकों पर पड़ी जो गंगा में डूब रहे थे उनके साथ गंगा में स्नान कर रहे युवकों ने शोर मचाया हम तत्काल अपने नाव से गंगा में कूद गए और दोनों को बाहर निकाला। जल पुलिस बताया कि चार युवक प्रयागराज से वाराणसी परीक्षा देने के लिए आए थे। जिसमें दो गहरे पानी में चले गये थे। दोनों को बाहर निकाला कर पूछताछ के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। बचाए गये युवकों का नाम अभिषेक कुमार और विवेक कुमार था दोनों प्रयागराज स्थित शिवकुटी के रहने वाले थे।
जल पुलिस एवं एनडीआरएफ की टीम कर रही गस्त
वाराणसी के तुलसी घाट, जानकी घाट, चौसट्ठी घाट, गोला घाट, मीरघाट और प्रहलाद घाट पर बीते चार महीने में 14 लोगों की डूबने से मौत हुई है। इसके अलावा 6 लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से बचाया गया। ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुबह 5 बजे से एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम लगातार गंगा में गश्त कर रही है और पीए सिस्टम के जरिए श्रद्धालुओं से गंगा में किये गए बैरिकेडिंग में नहाने का निवेदन कर रही है।इसके अलावा जिन छह घाटों पर बार बार हादसे हो रहे वहां सुबह और शाम टीम को तैनात भी किया गया है। इतना ही नहीं वहां बोर्ड भी लगाए गए है ताकि श्रद्धालु वहां गहरे पानी में स्नान न करें। इसके अलावा जल पुलिस के जवानों को भी वहां विशेष निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए है।