पेपर लीक और भर्ती घोटाले के सरगना सुभासपा के विधायक बेदीराम व निषाद पार्टी के विधायक विपुल दुबे के विरुद्ध विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट में पुष्कर उपाध्याय ने अरेस्ट वारंट जारी करने का आदेश दिया है। इस वाद में बेदीराम के साथ 18 अन्य सहअभियुक्तों पर भी कार्रवाई की गई है।
बेदीराम गाजीपुर के जखनिया एवं विपुल दुबे भदोही की ज्ञानपुर सीट से विधायक है। इसके साथ ही न्यायालय की ओर से इंस्पेक्टर, कृष्णानगर को 26 जुलाई को सभी आरोपियों की मौजुदगी सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। 16 वर्षों से बेदीराम एंड गैंग मामले को लटका-भटका रहा है।बता दें कि अभियोजन पक्ष के अनुसार 25 फरवरी 2006 को एसटीएफ ने पता लगाया कि अगले दिन होने वाली रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। जांचकर रही एसटीएफ की टीम ने आलमबाग के एक मकान में छापा मार कर बेदीराम व उसके अन्य साथियों को प्रश्नपत्र सहित रंगे हाथों पकड़कर गिरफ्तार कर लिया था। मौके से बेदीराम के चचेरे भाई दीनदयाल उर्फ दीना सहित एक अन्य आरोपी भागने में सफल रहें। एसटीएफ को कई वाहन सहित भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्र भी मिले थे। मामले के सभी अआरोपियों के विरुद्ध एसटीएफ द्वारा थाना कृष्णानगर में गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करवाया गया था। गैंगस्टर एक्ट के विशेष अधिवक्ता लक्ष्मण प्रसाद दीक्षित के मुताबिक कृष्णानगर थाने की पुलिस द्वारा कुल 19 आरोपियों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया गया था।इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है।