नई सड़क स्थित गीता मंदिर गेट पर प्रणाम वन्दे मातरम् समिति द्वारा अध्यक्ष अनुप जायसवाल के नेतृत्व में स्वामी विवेकानंद जी की 122वीं पुण्यतिथि मनाई गई। स्वामी विवेकानंद, जिन्हें आधुनिक भारत में हिंदू धर्म, ध्यान और योग को ख्याति और मान्यता दिलाने वाले महान चिंतक और प्रखर वक्ता के रूप में विश्व में पहचाना जाता है, का देहावसान पश्चिम बंगाल के बेलुर मठ में 04 जुलाई 1902 को हुआ था।
कार्यक्रम का संचालन ओम प्रकाश यादव बाबू द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन शंकर जायसवाल ने किया। इस अवसर पर अनुप जायसवाल ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए उनके प्रसिद्ध सूत्र वाक्य "उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए" का स्मरण कराया।कार्यक्रम में मनीष चौरसिया, सिद्धनाथ गौड़, निर्मल मिश्रा, धर्मचंद, प्रकाश, सुजीत, अंशु, जयकिशन जायसवाल, अनुप गुप्ता,सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।