वाराणसी के अस्सी घाट पर दो पक्षों में जमकर कहासुनी के बाद मारपीट हुई। मारपीट स्थानीय दुकानदारो और टॉय कार चलाने वाले के बीच हुई, जिससे घाट पर अफरा तफरी का माहौल हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मारपीट कर रहे लोगों को हिरासत में लेकर थाने में भेजवाया।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि लगभग आधे घंटे तक दोनों पक्षों में जमकर कहा सुनी और हाथापाई हुई। जिसमें घाट पर दुकान लगाने वाली महिलाएं भी शामिल थी। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया जिसमें एक दूसरे के ऊपर हाथ और लात चलाते हुए दुकानदार दिखाई दे रहे हैं।
इनदिनों सुबह ए बनारस पर दो लोग अपनी टॉय कार ला कर चलाते है। इसी बीच गुरुवार की देर शाम ग्राहक को लेकर दोनो गुटों में कहासुनी हो गई। इतने में दोनो पक्षों ने अपने दर्जनों साथियों को बुला लिया। देखते ही देखते कुछ देर में कहासुनी मारपीट में बदल गई। मारपीट शुरू होते ही घाट पर भीड़ होने के कारण अफ़रातफ़री का माहौल हो गया। मारपीट के दौरान दोनों ओर से जमकर लात जूता चला। स्थानीय लोगो के अनुसार बीते कुछ माह पूर्व भी दोनो पक्षो में मारपीट हो चुकी है। इस मारपीट में स्थानीय दुकानदार भी शामिल हुए।
भेलूपुर थाना प्रभारी विजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन द्वारा झगड़े को शांत कराया गया और मौके से कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया। इस पूरे मामले की जांच की जाएगी जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर ठोस कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी के अस्सी घाट पर शाम होते ही दुकानदारों का मेला लग जाता है। मारपीट की घटनाएं यहां आए दिन हो जाती है। जिसमें ज्यादातर मारपीट ग्राहक को लेकर दुकानदारों के बीच होती है। घाट पर देश और विदेशों से पर्यटक आते हैं। लेकिन अस्सी घाट जो अपने खूबसूरती के लिए जाना जाता था, अब वहां इन दिनों अतिक्रमण करने वालों का कब्जा हो गया हैं।
वाराणसी के अस्सी घाट पर नगर निगम द्वारा सैकड़ो बार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया, कई दुकानदारों का चलान भी काटा गया। लेकिन इसके बाद भी शाम होते ही यहां दर्जनों दुकानें सज जाती है। घाट के दुकानदारों को नगर निगम के प्रवर्तन दल आने की सूचना पहले ही मिल जाती है जिससे उनके आने से पहले ही वह दुकान हटा लेते हैं और जैसे ही नगर निगम की टीम घाट से रवाना होती है पुनः यह दुकानदार घाटों पर अपनी दुकान सजा लेते है।
वाराणसी के अस्सी घाट पर पर्यटक चौकी बनाया गया है, लेकिन यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी यहां कोई प्रभारी नहीं नियुक्त किया गया है। शाम को यह पर्यटक चौकी बंद रहती है। रात भर यहां पर्यटकों का जमावड़ा रहता है, आए दिन झगड़े और मारपीट की सूचना भी आती रही हैं। लोगों ने कहा कि अगर यहां किसी प्रभारी की नियुक्ति हो जाती है, तो यह घाट सुरक्षित हो जाएगा और इस तरह के झगड़ा नहीं होंगे।