कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में बयान देना टीएमसी के पूर्व सांसद शांतनु सेन पर भारी पड़ गया। टीएमसी ने उन्हें पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया। पार्टी के इस एक्शन के उपरांत अब शांतनु सेन ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा, मैं टीएमसी के साथ था और टीएमसी के साथ ही रहूंगा।
लेकिन मुझे इस बात का बुरा लगता है कि जब दूसरे दलों के नेता हमारे साथ आते हैं तो उन्हें सम्मान दिया जाता है, लेकिन पार्टी के एक समर्पित और सच्चे सिपाही को इसका सामना करना पड़ता है।बता दें कि शांतनु सेन ने आरजी कर अस्पताल पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, मैं असमंजस में हूं कि अपनी बेटी को आरजी कर में नाइट ड्यूटी पर भेजूं या नहीं। उन्होंने आगे कहा था कि मैं एक पूर्व आरजी कर हूं। मेरी बेटी वहां पढ़ती है।पिछले कुछ वर्षों में आरजी कर में चिकित्सा शिक्षा में गिरावट आई है। अटकनें लगाई जा रही हैं कि शांतनु सेन के इसी बयान को लेकर उन पर ये एक्शन लिया गया है। पार्टी ने शांतनु के इस बयान को उनका निजी बयान बताया था।