बीएचयू वैदिक विज्ञान केंद्र में कुंभ कॉन्क्लेव हुआ संपन्न, विशिष्टजनों ने रखे विचार

महाकुंभ 2025 के पूर्वगामी संवाद कार्यक्रम कुंभ कॉन्क्लेव का आयोजन  वैदिक विज्ञान केंद्र बीएचयू में संपन्न हुआ।कुंभ कॉन्क्लेव भारत के सबसे प्रतिष्ठित संवादों में से एक है जिसे 2019 के प्रयागराज कुंभ के दौरान प्रयागराज कुंभ मेला प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश पर्यटन के सहयोग से शुरू किया गया था।  काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित वैदिक विज्ञान केंद्र में आयोजित कुंभ कॉन्क्लेव का विषय महाकुम्भ : अमूर्त संस्कृत धरोहर, भारतीय दर्शन और परंपरा में वैश्विक शांति के सूत्र था।

गोष्ठी की शुरुवात दीप प्रज्जवलन व् स्वस्तिवाचन मंत्रोच्चार से किया गया, जिसके उपरांत प्रो० उपेन्द्र त्रिपाठी द्वारा सभा की औपचारिक शुरुवात की गयी। तदोपरांत गोष्ठी के मुख्य बिन्दुओं पर इंडिया थिंक काउंसिल के डायरेक्टर सौरभ पाण्डेय द्वारा परिचयात्मक उद्बोधन प्रस्तुत किया गया।तत्पश्चात पहला संबोधन प्रो० वांगचुक दोरजी नेगी, कुलपति, केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान द्वारा,  दूसरा संबोधन श्री विश्व भूषण मिश्र, संयुक्त निदेशक, धर्मार्थ कार्य विभाग एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री कशी विश्वनाथ मंदिर एवं तीसरा संबोधन प्रो० सदाशिव द्विवेदी, संयोजक, भारत अध्ययन केंद्र, काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत किया गया।

तत्पश्चात काशी कुंभ कॉन्क्लेव गोलमेज सम्मेलन को विषय विशेषज्ञों द्वारा संबोधित किया गया। सभा की अध्यक्षता प्रो० आनंद कुमार त्यागी, कुलपति, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ  द्वारा की गयी। अंत में गोष्ठी का समापन प्रो० ब्रज भूषण ओझा, न्यास सदस्य, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुआ। सभा का संचालन इंडिया थिंक काउंसिल के निदेशक सौरभ पाण्डेय ने किया।



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