संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के तुलनात्मक धर्म दर्शन विभाग एवं सार्वभौमिक संस्कृत महाविद्यालय सारनाथ के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय परिचर्चा का आयोजन पाणिनी भवन सभागार में किया गया। जिसका विषय अतीत के परिप्रेक्ष्य में भविष्य का निर्माण पारंपरिक शिक्षा का समकालीन अनुप्रयोग रहा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि गेशे थुब्तेन शेरब प्राचार्य कोपान मोनेस्ट्री काठमांडू नेपाल रहे। मुख्य वक्ता वेलेंतीनो जियाकोमिन संस्थापक एलिस प्रोजेक्ट रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा कुलपति संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने की।
उपस्थित अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र प्रदान कर किया गया। इस दौरान उपस्थित अतिथियों एवं वक्ताओं ने परिचर्चा के विषय पर गहन विचार विमर्श करते हुए अपना संबोधन दिया।