बीएचयू में पीएचडी प्रवेश के मुद्दे पर छात्र पिछले 16 दिनों से परीक्षा नियंता कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। परंतु छात्रों को लेकर बीएचयू प्रशासन द्वारा कोई भी निर्णय नहीं लिया गया। जिससे आज छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा। सभी धरना प्रदर्शन कर रहे छात्र आज सेंट्रल ऑफिस कार्यालय पर पहुंचे और जमकर नारेबाजी करने लगे। छात्रों के पहुंचने पर सुरक्षा कर्मियों ने सेंट्रल ऑफिस को अंदर से बंद कर दिया। जिससे छात्र आक्रोशित हो गए और वहीं पर दो छात्र आमरण अनशन पर बैठ गए। छात्रों का कहना है कि हम लोगों की 5 सूत्री मांगों को नहीं माना गया और नहीं कोई उसे पर विचार किया गया।
छात्रों की सुनवाई न होने की स्थिति में अब आमरण अनशन की शुरुआत कर दिए है। छात्रों का कहना है कि पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया सत्र 2023-24 अभी तक पूर्ण नहीं हो पाई है। छात्र एक साल से इसका इंतजार कर रहे हैं। दिसंबर 2023 में नेट उत्तीर्ण विद्यार्थियों को पिछली प्रवेश प्रक्रिया में मौका नहीं दिया गया एवं आने वाली प्रवेश प्रक्रिया में भी इनको रोके जाने की बात कही गई है।परीक्षा नियंता कार्यालय के पास बैठे छात्रों का विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ कई बार बैठक हुई परंतु उसका कोई निर्णय या निष्कर्ष नहीं निकला। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय हमें गुमराह कर रहा है और सिर्फ आश्वासन देकर हमारा धरना समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक दाखिले की नोटिफिकेशन नहीं आ जाएगी तब तक हमारा सेंट्रल ऑफिस पर आमरण अनशन जारी रहेगा। आमरण अनशन पर बैठे दिव्यांश दुबे ने बताया कि दिसंबर-2023 में नेट में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को पीएचडी प्रवेश में वरीयता देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर लेकर बीएचयू के परीक्षा नियंता कार्यालय के सामने धरना दे रहे हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय कैंपस में धड़ल्ले से पेड़ काटा जा रहा है और कई अनियमितताएं चल रही है। लेकिन हम सभी छात्रों को सिर्फ गुमराह किया जा रहा हैं। मीटिंग की जाती है लेकिन मीटिंग में क्या बात हुआ उसका भी अपडेट नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ हम लोगों को धरना समाप्त करने की बात कही जा रही और यह मीटिंग लगातार चल रहा है।धरने पर बैठे छात्रों के आमरण अनशन के ऐलान के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन भी हरकत में आया है। धरना स्थल पर प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम तैनात की गई है। वहीं आमरण अनशन और धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि हम कोई नारेबाजी नहीं करेंगे और अपनी पढ़ाई यही आमरण स्थल पर करेंगे छात्र अपने पुस्तकों के साथ वहां पढ़ाई करते हुए भी दिखाई दिए। धरना प्रदर्शन कर रहे छात्र अपनी मांग पर अड़े हुए हैं दर्जनों की संख्या में छात्र धरना प्रदर्शन और दो छात्र आमरण अनशन प्रारंभ किए हैं।