नागरी नाटक मंडली की ओर से 27 वें आश्विन नाट्य महोत्सव की शुरुआत हुई । जिसकी पहली संध्या प्रयागराज के कलाकारों के नाम रही । मुरारी लाल मेहता प्रेक्षागृह में शनिवार शाम नौटंकी के लिए समर्पित रहे विनोद रस्तोगी की स्मृति में गठित संस्थान के कलाकारों ने 'बंटवारे की आग' शीर्षक के खेली गई नौटंकी के बहाने पारिवारिक एकता के महत्व को बताने में कसर नहीं छोड़ी।
बड़े भाई श्यामू के किरदार को शशांक पांडेय और लंगड़े नौरंगी के चरित्र को अनुज कुमार ने बखूबी जिया। नट बने शुभम वर्मा और कृष्ण प्रताप सिंह ने रंगदर्शकों से गहरा रिश्ता बनाए रखा। रामू बने दिग्विजय सिंह,बड़ी बहू प्रतिमा श्रीवास्तव, छोटी बहू अहोना भट्टाचार्य, तथा बूढ़े किसान अभिलाष नारायण ने भी किरदार से न्याय किया। नौटंकी में नक्कारा की मौजूदगी का बिंदेश्वरी प्रसाद दृश्य-दर-दृश्य कराते रहे। निर्देशन अजय मुखर्जी ने किया।