गणेश चतुर्थी महापर्व पर गढ़वासी टोला गऊमठ मणिकर्णिका स्थित प्राचीन पंचक्रोशी प्रमुख श्री सिद्धिविनायक मंदिर पर ब्रह्म मुहूर्त से लेकर देर रात्रि तक आस्थावानो की भीड़ प्रथम पूज्य गणेश के दर्शन पूजन हेतु उमड़ी रही .सर्वप्रथम मंदिर के महंत व पुजारी राजेंद्र शर्मा द्वारा ब्रह्म मुहूर्त में श्री सिद्धिविनायक जी का पंचामृत स्नान कराते हुए नवीन वस्त्र धारण कराया गया तत्पश्चात श्रृंगार कर मोदक का भोग लगाते हुए हुए महाआरती उतारी गई.
वहीं पांच दिवसीय वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में प्रकांड विद्वानों द्वारा अथर्वशीर्ष का पाठ करते हुए मोदक (सवामणी) की आहुति दी गई. वहीं पांच दिवसीय संगीत समारोह कार्यक्रम के अंतर्गत शास्त्रीय संगीत के माध्यम से स्थानीय कलाकारों ने गायन कर प्रथम पूज्य दरबार में हाजिरी लगाई.गणेश चतुर्थी पर श्री सिद्धिविनायक के अद्भुत श्रृंगार झांकी का दर्शन करने के लिए सुबह से लेकर देर शाम तक भक्तों के आने-जाने का क्रम लगातार जारी रहा.
इस मौके पर मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों व अद्भुत विद्युत झालरों से सजाया गया.कर्यक्रम पर प्रमुख रूप से मंदिर के प्रबंधक पंडित गोपाल सुरेलिया.महंत राजेंद्र शर्मा. ज्ञानेश्वर शर्मा. नित्यानंद शर्मा.अथर्व शर्मा समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.