अस्सी डुमरांव बाग कॉलोनी स्थित काशी सुमेरु पीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी द्वारा मादक नशा पदार्थ गांजा पर दिए बयान की कड़ी आलोचना करते हुए बताया कि करोड़ सनातनी हिंदुओं के लिए कुंभ आस्था का केंद्र है, इसे नशे से जोड़ना ठीक नहीं है, महाकुंभ का आयोजन सनातन पर्व है और यह सनातन धर्म के विराट परंपरा से जुड़ा हुआ है जिसके बारे में अमर्यादित टिप्पणी को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जो तस्कर है उन्हें तस्करी का ही काम दिखता है, वह गांजा की सप्लाई करते होंगे तभी इनको पता होगा की गांजा कहां और कितना खपता है ? साथ ही वर्तमान में तिरुपति बालाजी के लड्डू में मिले आपत्तिजनक पदार्थों के विषय में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि मैं सभी सनातनी हिंदुओं से बार-बार कहता हूं कि मंदिरों में पैसा या धन न चढावे आप प्रसाद फल फ्रूट, ड्राई फ्रूट्स, चढ़ावे अपने घर से बना कर या प्रसाद खरीद कर ले जाएं लड्डू चढ़ावे मिष्ठान चढ़ावे पर धन या पैसा इत्यादि चढ़ावे में ना चढ़ाएं। जितने भी प्राचीन और हिंदुओं के आस्था वाले मंदिर हैं सभी जगह गौशाला बनना चाहिए ताकि गाय के शुद्ध दूध से ही भोग प्रसाद इत्यादि पदार्थ बन सके ,मंदिरों में गौशालाएं बनाने से शुद्धता की पूरी गारंटी मिल सकती है।