हरतालिका तीज पर महिलाओं ने दूध विनायक स्थित माता मंगला गौरी मंदिर में पहुंचकर अपने पति की दीर्घायु की कामना के साथ माता का दर्शन पूजन किया। हरतालिका तीज के विशेष अवसर पर सर्वप्रथम माता मंगला गौरी को पंचामृत स्नान कराया गया इसके बाद नवीन वस्त्र आभूषण धारण करते हुए सुगंधित पुष्पों से माता की अलौकिक झांकी सजाई गई। इसके पश्चात भोग प्रसाद अर्पित करते हुए मां की भव्य आरती की गई।
वही मां के दर्शन हेतु सुबह से ही श्रद्धालु महिलाओं का रेला उमड़ पड़ा। मां की एक झलक पाने के लिए क्रमबद्ध होकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने जय जयकार के बीच माता का दर्शन किया और परिवार के सुख समृद्धि की कामना की इस अवसर पर पूरा मंदिर क्षेत्र मेले में बदल गया जगह-जगह माला फूल मिष्ठान भगवान की मूर्ति वस्त्र सहित पूजन सामग्री की दुकानें सजी रही। बड़ी संख्या में महिलाओं ने खरीदारी की और माता का दर्शन किया। मंदिर के पुजारी रोशन ने बताया कि हरतालिका तीज के अवसर पर काफी संख्या में पहुंची व्रती महिलाओं ने मां का दर्शन पूजन किया है दर्शन पूजन करने आ रहे हैं श्रद्धालुओं में प्रसाद स्वरूप सुहाग की सामग्री दी जा रही है ।
हरतालिका तीज के अवसर पर अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का विशेष महत्व है। यह व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। ग्रथों के अनुसार अनुसार मां पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए इस दिन कठोर तप किया था। इस व्रत में सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखते हुए शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। और अखंड सौभाग्य की कामना करती है।