केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (Central Adoption Resource Authority/CARA) के द्वारा लगातार लोगों की सूनी गोद भरी जा रही है। इसी क्रम में CARA पर रजिस्ट्रेशन के बाद पश्चिम बंगाल और केरल के दो दंपतियों ने वाराणसी में लड़कियों को गोद लिया। सभी दस्तावेज पूरे करने के बाद उन्हें बच्चियां सौंप दी गईं। बच्चियों को पाकर मां-बाप और नवरात्र में बच्चियों को सीने से लगाने के बाद सभी खुश थे। दोनों परिवारों ने कहा- बड़ी खुशी की बात है आज हमारा परिवार पूरा हुआ है।
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दो बच्चियों को मिले माता-पिता
इस एडॉप्शन के बारे में जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शाह पांडेय ने बताया- जो बच्चे CARA के माध्यम से एडॉप्शन होता है। उसे भी मेरे द्वारा देखा जाता है। इसी क्रम में आज दो बच्चियों को प्री एडॉप्शन में दिया गया है। एक बच्ची 8 माह की है और एक 11 माह की है। 8 माह की बच्ची को केरल के दंपत्ति ने गोद लिया है। जबकि 11 माह की बच्ची को पश्चिम बंगाल के दंपति ने गोद लिया है।
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एक नवजात और एक 8 दिन की मिली थी
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया- एक बच्ची जिसका नाम हमने सुरभी रखा है। वो हमें 14 अक्टूबर 2023 को 8 दिन की मिली थी। दूसरी अनिका 10 फरवरी 2024 को नवजात मिली थी। इन्हे हमारे द्वारा बाल शिशु आश्रम में रखा गया और वहां उनकी केयर की गई। दोनों बच्चे तंदरुस्त हैं। दोनों को आज CARA के माध्यम से गोद दिया गया है।
बच्चियों को सीने से लगाकर खिल उठे माता पिता के चेहरे, कहा नवरत्रि में मां दुर्गा आईं घर...
10 साल बाद घर में गूंजेगी बच्ची की किलकारी
पश्चिम बंगाल के कोलकाता से आये देबोजीत बोस और मंजिमा डे की शादी को 12 साल हो गए। उन्होंने खूब इलाज करवाया पर बच्चा नहीं हुआ। मंजिमा डे ने बताया- हमारी शादी को 10 साल हो गए पर बच्चे नहीं हुए। हमारे घर में बच्चों की किलकारियां नहीं गूंजी। इससे मन उदास था। अब CARA के माध्यम से हमने रजिस्ट्रेशन फरवरी 2021 में करवाया था। जिसके बाद आज हमें वाराणसी में बच्ची मिली है। सुरभि को हम ले जा रहे हैं। दिविजा नाम रखा है।
नवरात्र में मां दुर्गा के रूप में घर में प्रवेश करेगी सुरभि
मंजिमा के पति वकील और वो टीचर हैं। मंजिमा ने बताया- नवरात्र चल रहा है और मां की पूजा पूरे बंगाल में चल रही है। इसी पूजा के दौरान हम अपने घर की मां दुर्गा को लेकर घर पहुंचेंगे। मां को शायद यही मंजूर था। हम लोग बहुत खुश हैं सुरभि को पाकर। वह दुर्गाष्टमी को घर में प्रवेश करेगी यह सौभाग्य है हमारा।
18 साल बाद केरल के सुधीर और रिमिया के घर खेलेगा बच्चा
CARA के सहयोग से 6 महीने पहले रजिस्ट्रेशन करवाने वाले केरल के कोझिकोड जनपद के सुधीर और रिमिया की शादी को 18 साल हुए। सुधीर बहरीन में ड्राइवर थे। अब इंडिया वापस आ गए हैं। बच्चा न होने से परेशान थे। भाषाई दुविधा के बावजूद उन्होंने हमें अपने दिल का हाल बताया- रिमिया ने कहा इतनी ख़ुशी है कि बता नहीं सकती। बच्ची को सीने से लगाया तो एक अजीब सा एहसास हुआ। आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे।