काशी में माता अन्नपूर्णा के 17 दिवसीय व्रत की शुरुआत हुई । इस दौरान सुबह से ही व्रत करने वालेभक्त मंदिर पहुंचने लगे। वहीं, महंत अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी जी महाराज से भक्तों ने व्रत के विशेष धागे को लेकर व्रत की शुरुआत की। मान्यता है कि माता अन्नपूर्णा के 17 दिवसीय इस खास व्रत को करने से सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं और घर में हमेशा अन्न धन प्रचुर मात्रा में भरा रहता है। ये व्रत 17 वर्ष, 17 महीने, 17 दिन का महाव्रत माना जाता है।
भक्त अपने व्रत के संकल्प के साथ महंत शंकर पूरी के हाथों 17 गांठ वाले धागे प्राप्त कर अपने हाथ में धारण करते है।इस महाव्रत में अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है, केवल एक वक्त फलहार करते है। महंत शंकपुरी जी महाराज ने बताया कि इस महाव्रत से सारे दुख दूर हो जाते है।
साथ ही सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। उन्होंने बताया कि उद्यापन के दिन धान के बालियों से पूरा परिसर सजाया जाता है। जिसे प्रसाद के रूप में भक्तों को वितरित कर दिया जाता है।