बीएचयू के चिकित्सकों ने आईएमएस से रैली निकाली और मिर्गी रोग को लेकर जनता को जागरूक किया। पहले मिर्गी रोग को लेकर अंध्विश्वास की स्थिति देखने को मिलती थी। बीएचयू ने इस भ्रांति को दूर किया और इस रोग का ईलाज किया जा सकता है ये बात जनता तक पहुंचाई और इसी क्रम में मार्च निकालकर बताया गया कि ये बीमारी ईलाज के बाद ठीक होती है।
डॉ वीएन मिश्रा ने कहा - मिर्गी एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि मिर्गी के रोगियों के लिए समाज में एक भ्रांति है जो कहते हैं की भूत प्रेत आ गया है। उन्होंने कहा कि बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग द्वारा पिछले 14 साल से इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीएचयू द्वारा वाराणसी के आसपास रहने वाले कुल 17 जिलों में अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने पाया है कि तमाम लड़की- लड़कों के शादी मिर्गी आने पर टूट जाती है। उन्होंने कहा कि यह सब गलत भ्रांतियां हैं इसे बाहर निकालने के लिए जागरूकता चलाई जा रही है।
डॉ वीएन मिश्रा ने कहा कि हम सभी ने एक पहल शुरू कर रहे है कि अब वाराणसी के सभी डॉक्टरों को मिर्गी पहचान के लिए जागरूक किया जाएगा। इसका प्रमुख केंद्र बीएचयू रहेगा। यह एक अभियान है जिससे शहर से लेकर गांव तक के डॉक्टर को काफी लाभ मिलेगा और वह इस ग्रुप को पहचान और ठीक करने में काफी मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि मिर्गी 30 सेकंड के लिए आता है और उसके बाद आदमी बेहोश हो जाता है।