क्रिसमस के पुनीत अवसर पर युजीन जोसेफ, वाराणसी धर्मप्रान्त के बिशप पत्रकारों से रूबरू हुए।उन्होंने बताया क्रिसमस का माहौल खीस्त जयन्ती गीतों (कैरोल गीत), नवजात शिशु ईसा मसीह की जन्म की झाँकी (चरनी), चर्च एवं घर की सजावट के साथ ही क्रिसमस ट्री भी सजाया जा चुका है और सब जन प्रभु दर्शन हेतु इन्तजार में हैं।
क्रिसमस की पूर्व संध्या यानि 24 दिसम्बर को मध्य रात्रि में संपूर्ण ईसाई समुदाय गिरजाघर में प्रभु की स्तुति एवं आराधना हेतु एकत्रित होंगे। क्रिसमस समारोह का समापन विकलांग दिवस के साथ होगा। इस दिन समारोह का शुभारम्भ सुबह सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा होगा जिसमें दृष्टिबाधित, मूकबधिर एवं शारीरिक रूप से विकलांग बच्चे ही सांस्कृतिक कार्यक्रम के स्टार होंगे।