वाराणसी में गुरुवार की रात लोडर चालक की गोली मारकर हत्या हो गई थी। पुलिस के अनुसार इस घटना को उसके दोस्तों ने ही अंजाम दिया था। शराब के नशे में धुत हमलावरों ने युवक को घेरकर पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं थी। फिल्मी स्टाइल में गोलियां मारने के पीछे सीधी वजह इलाके में वर्चस्व और दहशत फैलाना था। घर से चंद कदम की दूरी पर वारदात के बाद फरार भी हो गए। हालांकि पुलिस ने वारदात के 24 घंटे में मुख्य आरोपी समेत 5 हत्यारोपियों को ढूंढ निकाला। पुलिस की मुठभेड़ में एक बदमाश को गोली भी लगी है, जिसका इलाज जारी है। वह शहर से बाहर भागने के लिए लंका क्षेत्र में पहुंचा था जहां पुलिस की गोली का शिकार हो गया। हालांकि घायल आरोपी को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है।पुलिस ने जिन हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया उसमें एक महिला भी शामिल है। इन सभी को अलग-अलग जगहों से दबिश देकर उठाया है।
आधी रात सुदामापुर, शंकुलधारा पोखरा इलाके में चालक सुरेश राजभर (34) की हत्या की जांच और हत्यारों की तलाश में जुटी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से अहम सुराग हाथ लगे। परिजनों के अलावा स्थानीय लोगों ने बताया गया कि सुरेश की हत्या के आरोपी उसके दोस्त ही हैं, जो उसके साथ रोजाना उठते-बैठते और शराब पीते थे। घटना से पहले भी सभी ने साथ में शराब पी थी।इसके बाद सभी के नंबर सर्विलांस पर लगाए गए तो पुलिस की तीन टीमें तलाश में जुट गई, भेलूपुर के साथ लंका पुलिस को भी लगाया गया। लंका क्षेत्र के रमना इलाके में मुख्य आरोपी विशाल सोनकर की मौजूदगी पर पुलिस ने घेराबंदी की और मुठभेड़ में मुख्य आरोपी किरहिया, खोजवा के विशाल सोनकर को गिरफ्तार कर लिया।उससे पहले पुलिस ने दबिश देकर खोजवा के विक्की जायसवाल, मानिकपुर बजरडीहा के मनोज कुमार चौहान, शंकुलधारा पोखरा के अच्छे चौहान उर्फ कल्लू और सुदामापुर की कुसुम देवी को पकड़ा। पुलिस को अब सुदामापुर के आर्यन सोनकर के अलावा सतीश सोनकर और अजय की तलाश है।