काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के नाक, कान और गला विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराते हुए डायरेक्टर को ज्ञापन दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि नाक, कान और गला विभाग के ओपीडी के बाहर कुछ बाहरी व्यक्तियों और मेडिकल स्टोर्स से जुड़े दलाल सक्रिय हैं, जो मरीजों से पैसे लेकर उनके पर्चे जल्दी लगवाने का कार्य करते हैं। ज्ञापन देने पहुंचे समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी महानगर के अध्यक्ष अमन यादव ने कहा की सर सुंदरलाल चिकित्सालय महामना मालवीय जी की धरती पर स्थापित है जिसको भारत सरकार ने एम्स का दर्जा दिया है। जिसका उद्देश्य किफायती चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। लेकिन नाक, कान और गला विभाग में मरीजों के साथ आर्थिक शोषण और चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही की गंभीर शिकायतें प्राप्त हो रही हैं।
यहां ओपीडी से लेकर ऑपरेशन थिएटर तक मरीज के शोषण और इलाज में लापरवाही की शिकायतें मिल रही है।उन्होंने आरोप लगाया कि नाक, कान और गला विभाग ओपीडी के बाहर कुछ बाहरी मेडिकल स्टोर से जुड़े लोग मरीजों से पैसे लेकर उनके पर्चे जल्दी लगवाने का काम करते हैं। मरीजों को चिकित्सालय की दवाओं के बजाय बाहरी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है।कान के पर्दे का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से बाहरी मेडिकल स्टोर से महंगे पर्दे खरीदने को कहा जाता है जो मरीज बताएं हुए मेडिकल स्टोर से कान का पर्दा नहीं लाता है उसका आपरेशन नहीं किया जाता है।
वास्तविकता यह है कि मरीज के कान चमड़े से पर्दा बनाकर लगा दिया जाता है और खरीदा हुआ पर्दा मेडिकल स्टोर को वापस भेजकर डॉक्टर कमीशन प्राप्त करते हैं। इस प्रकार, मरीजों का आर्थिक शोषण हो रहा है और उन्हें गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने इस मामले में शीघ्र उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन कर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की, जिससे आम जनता को न्याय मिल सके और भ्रष्टाचार समाप्त हो।