बाबा भोले नाथ की नगरी आज एक ख़ास अन्दाज़ में नज़र आई, वजह थी बाबा के धाम के तृतीय वर्ष गाँठ की, आज काशी वासियों ने साबित कर दिया कि उनमें किसी भी उत्सव को महोत्सव में बदलने की अद्भुत क्षमता है। इस बार के लोक महोत्सव यानि लोकार्पण दिवस की शोभा यात्रा के झांकियों में प्रयाग राज का महा कुम्भ छाया रहा, कुम्भ पर झांकी, अमृत कलश के साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बाबा भोले नाथ का महाकुम्भ से रिश्ता कुम्भ का महात्म का शानदार प्रस्तुति किया जा रहा था, हज़ारों की संख्या में महिलाएँ गुलाबी साफा बांधे शोभा यात्रा में शामिल रही।
वही हज़ारों महिलाएँ पीला साफ़ा में समय से पहले बसंत का एहसास करा रही थी, शिव पार्वती, राधा कृष्ण का नृत्य अलग ही अंदाज़ में उत्सव को अपने रंग में रंग रंग रहा था ये शोभा यात्रा कम उत्सव जैसा माहौल बना रहा था, महिलायें जहां भारी संख्या में थी वही नाचते गाते चल रही थी। विष पान करते नीलकंठ महादेव और अमृत की लालसा में महाकुम्भ की प्रस्थान करने का अन्दाज़ कुछ अलग ही रंग घोल रहा था, देवी देवता भगवान दैत्य दानव सब अपने अपने ढंग से शोभा यात्रा की शोभा को चार चाँद लगा रहे थे।
मुख्य अतिथि के रूप में शहर दक्षिणी के विधायक डा नीलकंठ तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया, हिंदू वाहिनी के अम्बरीश सिंह भोला अतिथि के रूप में शामिल थे, शहर की सभी सामाजिक संस्थाओं के अलावा सभी समाज के लोग अपने अपने झंडा बैनर के साथ न सिर्फ शामिल थे बल्कि अपने अपने समाज का स्टाल लगा कर पानी शर्बत के अलावा रास्ते भर पुष्प वर्षा भी कर रहे थे बारात में शिव बारात समिति के संयोजक दिलीप सिंह, संरक्षक आर के चौधरी, दीपक बजाज के अलावा समिति की महिला विंग की प्रभारी वंदना रघुवंशी, सह प्रभारी संतोषी शुक्ला के अलावा महेश माहेश्वरी, मनीष तुलस्यान, आदि लोग संचालन में लगे थे।