भारत मुक्ति मोर्चा राष्ट्रीय किसान मोर्चा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा सरदार सिंह इत्यादि के बैनर चले शास्त्रीय घाट पर धरना प्रदर्शन किया गया प्रदर्शन कार्यो ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग को रिफार्म के नाम पर निजी हाथों में देने की सरकार द्वारा मुहिम चलायी जी रही है। निजी क्षेत्र के साथ पार्टनरशिप की जा रही है इससे भी ज्ञात होता है कि निजी क्षेत्र में देने की योजना है निजी क्षेत्र में पार्टनरशिप करने से भी लोगों का प्रतिनिधित्व समाप्त हो जाएगा, निजी हाथों में जाने से उपभोक्ताओं से मनमानी की जाएगी एवं अधिकारी कर्मचारी का शोषण किया जाएगा। निजीकरण किसी भी हालत में जनमानस को स्वीकार्य नहीं है।
UPPCL को नीजि हाथों में देने से जनता का नुकसान है किसानों के नलकूप का बिजली बिल जो अभी नहीं लिया जा रहा है नीजि हाथों में जाते हो कितानों से मोटी रकम महीने का वसूला जाएगा। निजी हाथों में जाने से उपभोक्ताओं से मनमानी की जाएगी एवं अधिकारी / कर्मचारी का शोषण किया जाएगा। उपभोक्ताओं के घरों पर जो पोस्टपेड मीटर लगा हैं उसके बदले में प्रीपेड स्मार्टमीटर लगाया जाएगा जैसा मेट्रो सिटीज में रिचार्ज के हिसाब से चलता है।सरकारी संपत्ति को ऑने-पौने दामों में निजी हाथों में दे दिया जाएगा।निजीकरण से रोजमर्रा की वस्तुओं में बेतहाशा महंगाई आएगी। इन सब मुद्दों को लेकर हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं हमारी मांग है कि UPPCL को निजी हाथों में देने का निर्णय वापस लिया जाए।