काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित स्वतंत्रता भवन सभागार में एक राष्ट्र- एक चुनाव" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्य सभा सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने भाग लिया। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार एवं मेंघालय के पूर्व राज्यपाल फागू चौहान ने किया।
राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संविधान निर्माताओ ने देश के लोकतंत्र की संकल्पना की। उन्होंने एक साथ सारे चुनाव कराने का फैसला किया था। 1952 से 67 तक इसी के तहत एक चुनाव किया गया। देश के आर्थिक विकास के लिए एवं कंसल्टेंट होकर काम करने के लिए देश के आर्थिक संसाधनों के बेहतर समन्वय के लिए, राजनीति में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, एक सलेक्ट होने पर सारे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री मिलकर काम करें। जिससे समाज में सामाजिक समरसता बनी रहे। चुनाव का जो वातावरण बना रहता है वह बार-बार ना आए। इसलिए यह आवश्यक है इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया है इस कमेटी के अनुसार एक देश एक चुनाव का विचार संविधान के निर्माता के अनुरूप है।
उन्होंने आगे कहा कि जो इसका विरोध कर रहा है वह हर नए प्रयास का विरोध किया है। देश ने एक भारत और श्रेष्ठ भारत के विचार पर चलने का विचार बना लिया है।