डिप्टी जेलर मीना कनौजिया अपनी बेटी के साथ लालपुर पांडेयपुर थाने पहुंची। इस दौरान उन्होंने जेल अधीक्षक उमेश सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी। डिप्टी जेलर मीना कनौजिया की बेटी ने केस दर्ज करने की मांग की तहरीर में कई और बड़े खुलासे हुए हैं। उमेश सिंह पर आत्महत्या के लिए उकसाने का भी आरोप लगाया गया है । जेल में उमेश सिंह पर पैसे लेकर अवैध काम करने का आरोप लगाया गया है। पैसे लेकर कैदियों को मोबाइल और नशीले पदार्थ मुहैया करने का भी आरोप लगा है । इस मामले में जेल अधीक्षक उमेश सिंह का सोनभद्र ट्रांसफर हुआ है।
बता दे कि वाराणसी की डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया था। उनका कहना है कि चौकाघाट के जिला जेल अधीक्षक मुझे परेशान करते हैं। उनके द्वारा घर बुलाने पर नहीं जाने के बाद से प्रताड़ना और बढ़ गई।उन्होंने कहा- हर विवाद में मेरा नाम बेवजह आगे बढ़ा देते हैं। कहते हैं कि मुझे जेल मंत्री बनना है। तुम जहां रहोगी, वहां परेशान करूंगा। मैंने इसकी शिकायत DG जेल से की। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि आए दिन उनको परेशान किया जा रहा है, जिससे उनका मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है। इसके बाद ही मीना कन्नौजिया का ट्रांसफर नैनी जेल में कर दिया गया।मंगलवार को इस मामले में डीजी जेल पीवी रामशास्त्री ने जेलर उमेश सिंह को हटाते हुए उन्हें सोनभद्र जिला जेल भेज दिया। वहीं सोनभद्र के जिला जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव को वाराणसी का जेलर बनाया है।इस संबंध में लालपुर-पांडेयपुर थानाध्यक्ष विवेक पाठक ने बताया कि प्रार्थना पत्र दिया गया है। इस मामले में उच्चाधिकारियों को सूचना देते हुए जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।