राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा पूर्वांचल मुख्यालय पर महापंचायत का सफल आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक महापंचायत में पूर्वांचल के 21 जनपदों के समस्त पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में सदस्य उपस्थित रहे। केन्द्रीय महासचिव व पूर्वांचल अध्यक्ष इं बलबीर यादव ने बताया कि प्रबंधन का तानाशाही रवैया लगातार जारी है। पूर्व मे दिए गए नोटिस जिसमे रविवार अवकाश के दिन निजीकरण के विरुद्ध जनजागरण व महापंचायत का कार्यक्रम प्रस्तावित था, जिसके एक सप्ताह पूर्व दिए गए सुचना के उपरांत भी आज तक प्रबंधन द्वारा यह महापंचायत ना किये जाने संबंधी कोई सुचना नहीं दी गई। आज ज़ब पूर्वांचल के सभी जनपदों के कोने कोने से आये सदस्यों को पूर्वांचल प्रबंधन ने बाहर कॉलोनी के मेन गेट पर ही रोक कर औद्योगिक अशांति पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे संगठन के सभी सदस्यों मे भारी रोष व्याप्त है।
संगठन के सभी सदस्य गेट के बाहर बने फुटपाथ के ऊपर ही निजीकरण के विरुद्ध महापंचायत व जनजागरण अभियान किया गया। महापंचायत में पूर्वांचल संरक्षक इं० अवधेश मिश्रा ने बताया कि ऊर्जा विभाग सार्वजनिक क्षेत्र का एक विभाग है, जिसमें रोजगार के अवसर अन्य विभागों की तुलना में बहुत अधिक है। यदि ऊर्जा क्षेत्र का निजीकरण होता है तो रोजगार के अवसर समाप्त हो जायेंगे। केन्द्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं० अवधेश यादव ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि इस देश में जहाँ 62 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे अपना जीवन यापन करती है। शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन तथा अन्य सेनाओं के लिए सरकारी तंत्र पर निर्भर रहती है। इनके निजीकरण करने से लोगों के जीवन के अधिकार को समाप्त कर देने जैसा है। सभी वक्ताओं द्वारा एक स्वर में निजीकरण का सामूहिक विरोध किया गया। इस महापंचायत के माध्यम से बिजलीकर्मियों एवं जन मानस को निजीकरण से होने वाले दुष्परिणामों को विस्तृत रूप में बताया गया।महापंचायत में मुख्य रूप से केन्द्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं० अवधेश कुमार, केन्द्रीय महासचिव इं० बलबीर, केन्द्रीय उपमहासचित इं० दीपक गुप्ता, इं० उपेंद्र कुमार इं०सियाराम यादव, के साथ साथ समस्त सदस्य उपस्थित रहे।