श्री हनुमान ध्वजा प्रभात फेरी समिति द्वारा 15 दिवसीय हनुमान ध्वजा प्रभात फेरी के अंतिम दिन हनुमान जयंती पर धर्म संघ में क्षेत्रपालेश्वर महादेव मंदिर में हनुमान भक्तों ने पूजन अर्चन किया। इसके बाद हनुमान ध्वजा का पूजन किया गया। वाराणसी के भक्तों को ध्वजा देकर यात्रा का शुभारंभ किया गया। इसके पूर्व पालकी में विराजमान श्री गणेश विनायक हनुमान जी और शंकर जी रथ पर बैठे।
श्री संकट मोचन हनुमान जी की भव्य झांकी रंग बिरंगे फूलों फलों से सजाई गई थी जिनकी गंगा की तर्ज पर महाआरती उतारी गई। हनुमान जयंती पर धर्म संघ से भक्तों द्वारा एक विशाल हनुमान ध्वजा शोभा यात्रा निकाली गई जिसमे1101 महिला, पुरुष और बच्चे हनुमान ध्वजा लिये चल रहे थे। शोभायात्रा में सबसे आगे हनुमान जी का बड़ा निशान व विश्वनाथ अग्रवाल मंगल ज्योत लेकर चल रहे थे। तत्पश्चात महिलाएं राजस्थानी वेशभूषा में स्कूटी पर सवार होकर आगे आगे जय श्री राम का नारा लगा रही थी।
इस दौरान डमरू की निनाद से माहौल भक्तिमय हो गया था। शोभा यात्रा धर्म संघ से निकलकर रविंद्र पुरी दुर्गाकुंड होते हुए त्रिदेव मंदिर में तीनों के विग्रहों का भक्तों ने दर्शन किया तत्पश्चात सालासर हनुमान जी को 11 निशान अर्पित किए गए। त्रिदेव मंदिर पर शोभायात्रा पहुंचने पर त्रिदेव मंदिर के अध्यक्ष भरत सर्राफ मंत्री राधे गोविंद केजरीवाल, पवन अग्रवाल, एमपी अनिल सराफ के नेतृत्व में प्रभु की महा आरती उतारी। पुष्प वर्षा कर भक्तों का स्वागत किया व बेल का शरबत पिलाया। शोभायात्रा संकट मोचन मंदिर पहुंचने पर भक्तों ने प्रभु के चरणों में निशान अर्पण की मंदिर में राम दरबार का स्वरूप का दर्शन प्राप्त हुआ सामूहिक हनुमान चालीसा पढा गया, प्रभु की आरती उतारी गयी। प्रभु को भोग लगा भक्तों में वितरण हुआ।