काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में चल रही शोध प्रवेश प्रक्रिया में प्रशासनिक अनियमितता, विभागीय धांधली एवं लापरवाही के कारण बड़ी संख्या में विभिन्न अभ्यर्थियो ने पिछले दिनों ज्ञापन, विरोध प्रदर्शन आदि के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है।वर्तमान समय में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रशासन की लापरवाही, विभागीय भ्रष्टाचार एवं आरक्षण संबंधी मांगो में संबंध तीन स्थानों पर अभ्यर्थी धरनारत हैं।इसमें से हिन्दी विभाग के विषय में अभाविप ने पहले भी मांग की है की इस प्रकरण में भारत सरकार के EWS संबंधित नियम के अनुसार विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रहित में निर्णय ले। इसी के साथ प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के विद्यार्थी पिछड़ा वर्ग आरक्षण में की गई अनियमितता के विरूद्ध धरनारत हैं।
अभाविप का स्पष्ट मत है की यह सभी विषय विभागीय भ्रष्टाचार एवं लापरवाही के हैं जिसका खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं। इन सभी विषयों का नियमानुसार जल्द निराकरण होना चाहिए।इस संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई द्वारा शोध प्रवेश में व्याप्त भारी अनियमितता एवं विश्वविद्यालय परिसर को बाहरी राजनीतिक दलों, अवांछनीय व्यक्तियों की अराजकता का अड्डा बनाए जाने के विरूद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन का पुतला महिला महाविद्यालय तिराहे पर फूँक कर अपना रोष व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने कहा की विश्वविद्यालय नियम एवं क़ानून के मुताबिक चलना चाहिए ना की बाहरी अराजकता के दबाव में। इस दौरान ओंकार, सूर्यांश, मोहित, हिमांशु, अभय आदि बड़ी संख्या में आक्रोषित छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के विरूद्ध नारे लगाते हुए पुतला दहन किया।