स्वामी वितरागा नन्द सरस्वती उर्फ नागा बाबा कुटिया रमना में अद्भुत गौशाला देखने को मिला जिसमें लगभग 600 के करीब गोवंश दिखे जिसमें 200 के करीब नंदी और 300 के करीब गाय है। यहां के सेवादार ने बताया कि यहां पर नंदी और गाय को कभी भी बांधा नहीं जाता है वह हमेशा दिन भर स्वच्छंद विचरण करती है। गौशाला की कैंपस में एक कुंड है जिसमें पानी लगातार भरा रहता है।
सेवादार ने बताया कि इस पानी को पीने से कभी भी कोई बीमार नहीं पड़ता है ना ही किसी को रेबीज होता है। कैंपस में जो भी हरा चारा होता है वह नंदी और गाय को दिया जाता है और यहां पर जो 400 गाय हैं उनका दूध तभी निकाला जाता है जब उनके बछड़े दूध को पी लेते हैं नहीं तो यहां से कोई भी दूध का विक्रय नहीं किया जाता है ।
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