मां गंगा मंदिर बांस फाटक में गंगा सप्तमी का पर्व बड़े हर्ष के साथ मनाया गया सर्वप्रथम सत्यनारायण शास्त्री ने माता की आरती की l पूरा मंदिर कामिनी और बेला से सजाया गया थाl। विमल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आज के दिन मां गंगा ब्रह्मा के कमंडल से निकलकर बाबा भोलेनाथ शिव की जटा पर आकर रुकी थी इसीलिए आज के दिन हम लोग मां गंगा का अवतरण दिवस के रूप में मानते हैं
आज का जो महत्व है गंगा में स्नान करना और दान करना मनुष्य के सारे पापों को दूर कर देता है वैशाख की शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जाता है।उसके बाद माता के भजन कीर्तन का आयोजन था l इस दौरान अभिषेक त्रिपाठी इशिता त्रिपाठ, देव मनोज अग्रवाल, लक्ष्मी त्रिपाथी कृतिका मिश्रा मीरा मिश्रा निधि देव अग्रवाल आदि लोग उपस्थित रहे