महापौर ने गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन में शेड निर्माण कार्य का किया शिलान्यास, शिलापट्ट पर लागत न दिखने पर लगाई फटकार

नौकरी करना जरूरी है आप को, जब आप को यह नहीं पता कि कितना काम हो रहा है तो आप काम करने लायक हैं क्या ? कल हर हाल में यहां लिखवा दें ,चाहे खुदवाकर या जैसे भी। आप को यह भी नहीं पता की हम कितने का काम करवा रहे हैं। ये बातें वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी ने शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहीं। मेयर वार्ड नंबर-99 गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन (पीलीकोठी) के निर्माण कार्य के शिलान्यास किया। शिलापट्ट पर कार्य की लागत न दिखने पर महापौर आगबबूला हो गए। मेयर ने नगर निगम के जेई और एई को कहा- कि आप दोनों काम करने लायक हैं क्या ?

वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी ने सोमवार शाम नगर निगम के वार्ड संख्या- 99 बंधू कच्चीबाग में पीलीकोठी पर गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन में शेड निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि हम साढ़े 3 करोड़ से यहां बड़े गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण करवा रहे हैं। इस पर अब जल्द ही शेड लग जाएगा। यहां आस-पास से कूड़ा आएगा और फौरन उठाकर करसड़ा प्लांट भेज दिया जाएगा।महापौर अशोक तिवारी ने शिलापट्ट पर लागत न अंकित होने पर पहले जेई की क्लास लगाईं और पूछा- मुझे खुलकर बताइये। आपको लागत नहीं पता थी। आपको कब पता चला? क्या हैं आप ? जेई सुखपाल ने जब अपना परिचय दिया तो उन्होंने आगे कहा- नौकरी करना जरूरी है आपको? जब आपको कार्य की लागत नहीं पता। काम तो एक महीने से चल रहा है। जब आपको यही नहीं पता कि कितने का काम है तो आप काम करने लायक हैं क्या? कल यहां हर हाल में लिख जाना चाहिए ऊपर से नहीं, कैसे खुदवाकर लिखना है ये आप जानिए। इसके बाद उन्होंने एई अगम कटियार की क्लास लगाई। उन्होंने कहा - एई कौन है ? अगम ने अपना परिचय दिया तो बोले - आप देखे नहीं हैं इसे ? अभी पूरा नहीं हुआ है लेकिन प्रोजेक्ट कितने का है पता है की नहीं साढ़े तीन करोड़ का है ? आकलन पर ही दुनिया चलती है। बजट कैसे बनाते हो आकलन पर ही न ? क्या नाम है तुम्हारा ? कितने दिन से नगर निगम में काम कर रहे हो ? ऐसे ही काम करते हैं ? जाते-जाते उन्होंने कहा- कल बोर्ड बदल जाए या इसमें लिख दिया जाए। फिलहाल इस मामले की अब पूरे क्षेत्र में चर्चा है। वहीं, अधिकारी शिलापट्ट को सही करवाने की कवायद में जुट गए हैं।

जेई को जमकर फटकारा

शिलान्यास के दौरान शिलापट्ट पर कार्य योजना की लागत साढ़े तीन करोड़ अंकित न होने पर महापौर आग-बबूला हो गए। उन्होंने नगर निगम के निर्माण विभाग के जेई सुखपाल सिंह (आदमपुर जोन) और एई अगम कटियार विकासपुर को जमकर फटकार लगाईं। उन्होंने कहा कि कल तक हर हाल में शिलापट्ट पर कार्य की लागत कैसे भी अंकित कराई जाए।

कल तक लागत लिख दो, चाहे खुदवा कर कराओ !

महापौर ने साफ निर्देश दे डाला कि अगले दिन तक शिलापट्ट पर साढ़े तीन करोड़ की लागत हर हाल में अंकित होनी चाहिए। "चाहे नया पत्थर लगाओ या खुदवाकर लिखवाओ, काम हो जाना चाहिए," उनके शब्दों में नाराजगी के साथ-साथ शहर के विकास के प्रति उनकी गंभीरता भी साफ दिखी। जाते-जाते उन्होंने अंतिम फरमान सुनाया, "कल तक बोर्ड बदल जाए या सही करा दिया जाए, ताकि जनता को पता चले कि कितने बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है।"

Post a Comment

Previous Post Next Post