कांग्रेस पार्टी और तमाम विपक्षी दलों ने पत्र में लिखा है कि पहलगाम हमले, आपरेशन सिंदूर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सीजफायर को लेकर दिये जा रहे बयानों जैसे घटनाक्रमों को देखते हुए संसद का सत्र बुलाया जाना चाहिए।
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज इस मसले पर हुई बैठकमके बाद कहा, "16 राजनीतिक दलों ने अपने सभी नेताओं के माध्यम से एक चिट्ठी प्रधानमंत्री के नाम लिखी है और संयुक्त रूप से संसद के विशेष सत्र को बुलाने की मांग उठाई है। जब पहलगाम में आक्रमण हुआ तो कांग्रेस पार्टी और तमाम विपक्षी दलों ने पूर्ण रूप से देश की सरकार को जवाबी कार्रवाई करने के लिए अपना समर्थन दिया। उसके बाद जो घटनाक्रम घटित हुए वह भी आपके सामने हैं। उसके बाद अमेरिका द्वारा युद्धविराम की घोषणा की गई और उसके बाद के घटनाक्रम को देखते हुए हमने (संसद के) विशेष सत्र की मांग उठाई। हमने कहा कि महत्वपूर्ण है कि एक ओर सभी सांसद और सभी दल विशेष सत्र के माध्यम से अपनी सेना का धन्यवाद कर सकें और दूसरी ओर पूरी घटना पर सरकार बिंदुवार अपनी बात रखे। पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक, ऑपरेशन सिंदूर से लेकर अमेरिका द्वारा युद्धविराम की घोषणा तक और उसके बाद पाकिस्तान को दुनिया में अलग-थलग करने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं, उसमें कितनी सफलता मिल रही है... इस भावना के साथ यह मांग की गई थी और इस चिट्ठी में भी यही कहा गया है। अब जब सरकार दुनिया के अलग-अलग देशों की राजधानियों में अपनी बात रख रही है तो देश की संसद के सामने भी अपनी बात रखना आवश्यक है। इस भावना को आगे बढ़ाते हुए इस यह चिट्ठी के माध्यम से आज हमारे दलों के नेताओं ने इस मांग को दोहराया है।"