वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार की रात शहर के सर्किल और थानों में बड़े फेरबदल किए। भेलूपुर और चेतगंज में नए एसीपी तैनात किए तो भेलूपुर और चौबेपुर थाने को भी नया थानेदार मिला। सीपी ने अपहरण केस में लापरवाही बरतने वाले पूर्व शिवपुर इंस्पेक्टर समेत दो दरोगाओं को निलंबित कर दिया। वहीं सभी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी।शुक्रवार को सीपी ने शहर के सबसे महत्वपूर्ण सर्किल भेलूपुर में एसीपी गौरव कुमार को कमान सौंपी। एसीपी गौरव कुमार इससे पहले चेतगंज में सहायक पुलिस आयुक्त थे, उनकी जगह भेलूपुर में तैनात आईपीएस ईशान सोनी को चेतगंज भेजा गया है। गौरव कुमार को बीएचयू की संवेदनशीलता के चलते नए सर्किल में तैनाती दी गई है।
उधर, निरीक्षक सुधीर कुमार त्रिपाठी को भेलूपुर का नया प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया गया। भेलूपुर में तैनात रहे इंस्पेक्टर गोपालजी कुशवाहा को लाइन हाजिर कर दिया। एलआईयू इंस्पेक्टर के परिवार पर हमले और अन्य मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाए थे, कार्यशैली पर सवाल उठने की रिपोर्ट भी डीसीपी ने दी थी।इसके अलावा चौबेपुर के प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा को भी लाइन हाजिर किया गया है, वहीं सीपी को उनके खिलाफ कई शिकायतें भी मिली थी। उप निरिक्षक रविकांत मलिक को चौकी प्रभारी से चौबेपुर थाने का चार्ज दिया गया। इन सभी की तैनाती के बाद इन क्षेत्रों में बड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। शिवपुर थाना क्षेत्र में युवक की अपहरण के बाद हत्या के मामले में लापरवाही बरतने वाले इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह को पुलिस कमिश्नर ने निलंबित कर दिया। उदयवीर को पिछले दिनों ही शिवपुर से लाइन हाजिर किया गया था और उन्हें पुलिस लाइन में प्रतीक्षारत रखा गया था। केस में विवेचना समेत अन्य कार्रवाई में शामिल दो दरोगा सत्यम तिवारी और धनन्जय यादव को भी निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई को उच्च न्यायालय में पुलिस की फजीहत और कार्यशैली पर उठते सवालों का रिएक्शन माना जा रहा है।