निर्गुण भक्ति शाखा के महान कवि संत कबीर दास जी की 627वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में सुबह-ए-बनारस व संत कबीर अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में अस्सी घाट पर विशेष काव्यार्चन सत्र ‘संत कबीर की दृष्टि: हमारी सृष्टि’ के दो दिवसीय आयोजन के प्रथम दिवस में कुल आठ कवियों व कवियित्रियों व एक अतिथि कवियित्री ने पहले कबीर दास जी की रचना और फिर उसी भाव भूमि पर आधारित स्वरचित रचनाओं का पाठ किया।
प्रारम्भ में कवि नागेश 'शांडिल्य' ने स्वागत करते हुए कबीर दास जी की रचनाधर्मिता पर प्रकाश डाला। काव्यपाठ का प्रारम्भ जया टंडन ने कबीर दास जी के दोहों के साथ शिक्षा पर स्वरचित कविता का पाठ किया,तदुपरान्त कवियित्री मधु पाण्डेय 'मृदुला' ने कबीर के दोहों का सस्वर पाठ किया अतिथि कवि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुई ग्वालियर से आयीं कवियित्री आरती 'अक्षत' ने शानदार काव्यपाठ किया।