JTC (Joint Training Course) का भ्रमण व निरीक्षण-
1.नवचयनित आरक्षियों का प्रशिक्षण सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस की भावी संरचना को दिशा देने वाला ऐतिहासिक अवसर है । इसे पूरी प्रतिबद्धता, दक्षता व नेतृत्व क्षमता के साथ क्रियान्वित किया जायेगा - पुलिस महानिदेशक ।
2.वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रशिक्षुओं को अपने अनुभव से Exemplary leadership प्रदान करें । यह एक Once in a Lifetime opportunity है जिसे हमें व्यर्थ नहीं करना चाहिये ।
3.प्रशिक्षणोपरान्त प्रदेश के प्रत्येक थाने पर औसतन 25 प्रशिक्षित आरक्षी उपलब्ध होंगे, यह गेम चेंजर की भूमिका में रहेंगे एवं आने वाले 30 से 40 वर्षों तक उत्तर प्रदेश पुलिस व समाज को आकार देंगें ।
4.पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा पुलिस लाइन का भ्रमण कर प्रशिक्षण भवन, कैन्टीन, बैरक, मेस, शैक्षणिक सुविधाओं एवं अन्य लॉजिस्टिक्स का किया गया निरीक्षण ।
महानिदेशक द्वारा गोष्ठी में दिये गये महत्वपूर्ण निर्देश-
कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, जन उत्तरदायी एवं संवेदनशील बनाये जाने हेतु महानिदेशक महोदय द्वारा 10 मुख्य प्राथमिकताओं पर मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिये गये ।
1.अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध जीरो टालेरेंस की नीति के तहत संगठित अपराध, माफियाओं और असमाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर व त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाये ।
2.महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण को विशेष प्राथमिकता दी जाये । महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता, सम्मान व सुरक्षा की भावना को बल देने हेतु ठोस प्रयास किये जायें ।
3.जनशिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु जनसुनवाई को प्रभावी बनाते हुए प्रत्येक नागरिक की शिकायत को प्राथमकिता के आधार पर समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाये ।
4.कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रति कोई सहानुभूति नहीं बरती जाये ।
5.डिजिटल युग की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए उन्नत तकनीकों के माध्यम से साइबर अपाराधों पर कार्यवाही की जाये । नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक भी किया जाये ।
6.आमजन को दी जाने वाले पुलिस सेवाओं को और अधिक सरल, पारदर्शी व उत्तरदायी बनाया जाये । प्रत्येक पुलिसकर्मी आम नागरिकों के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा वह स्वयं के लिये अपेक्षा करता है ।
7.पुलिसबल के अधिकारियों व कर्मचारियों की सुविधा, मनोबल और प्रेरणा हेतु प्रशासनिक व कल्याण योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू किया जाये ।
8.दक्ष, अनुभवी व विशेषज्ञ पुलिस अधिकारियों/कर्मियों की पहचान कर उनकी प्रतिभा का सदुपयोग किया जाये जिससे बल की दक्षता व उत्कृष्टता में वृद्धि हो ।
9.स्मार्ट पुलिसिंग के लिए तकनीक और आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंस का उपयोग कर डाटा आधारित निर्णय क्षमता को सशक्त किया जाये । जिससे संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके ।
10.सेवाकालीन प्रशिक्षण को सर्वोच्चय प्राथमकिता देते हे पुलिसकर्मियों को नवीनतम चुनौतियों के लिये तैयार किया जाए ताकि जनता को सर्वश्रेष्ठ सेवा मिल सके ।
आज दिनांक 24-06-2025 को पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 राजीव कृष्ण द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन कमिश्नरेट वाराणसी में चल रहे ज्वाइनिंग ट्रेनिंग कोर्स (JTC) का निरीक्षण किया गया । इस दौरान प्रशिक्षण भवन, परिसर, बैरक, मेस, शैक्षणिक सुविधाओं, कैन्टीन एवं लॉजिस्टिक्स का निरीक्षण किया गया । बाद निरीक्षण पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा अधिकारीगण संग गोष्ठी की गई जिसमें अधिकारीगण को नवनियुक्त आरक्षियों के प्रशिक्षण के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये गये । पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि नवनियुक्त आरक्षी अगले 30-40 वर्षों तक उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए ही नही बल्कि समाज के भविष्य में उनकी निर्णायक भूमिका होगी अत: आवश्यक है कि प्रशिक्षण से जुड़े सभी अधिकारी पूर्ण मनोयोग से उनके सर्वांगीण प्रशिक्षण में रूचि लें, वरिष्ठ अधिकारी प्रशिक्षुओं को अपने अनुभव का लाभ दें और प्रशिक्षण का एक ऐसा उत्कृष्ट मानक स्थापित करें जिससे उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए यह प्रशिक्षण एक परिवर्तनकारी कारक सिद्ध हो । गोष्ठी में पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा कमिश्नरेट वाराणसी में नियुक्त अधिकारियों का परिचय प्राप्त कर अपनी प्राथमिकताओं के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी । इस दौरान पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मोहित अग्रवाल, अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।