लंका थाना अंतर्गत सीर गोवर्धनपुर के वार्ड नंबर 23 में करीब डेढ़ सौ परिवार आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। नालियों का गंदा पानी गलियों में भरा है, और इसी पानी से होकर लोगों को रोज़ आना-जाना पड़ता है। यही नहीं, एक प्राइवेट स्कूल के बच्चे भी इसी रास्ते से होकर स्कूल पहुंचते हैं – गंदगी और संक्रमण के खतरे के बीच।स्थानीय निवासी अजय फौजी बताते हैं कि कई बार नगर निगम और पार्षद को शिकायत दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते हैं—नगर निगम कहता है पार्षद लिखित में दें,
और पार्षद कहते हैं कि बजट नहीं है। जबकि सरकार के अनुसार इस वार्ड के लिए 10 से 12 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं।परेशान जनता का सवाल है – दो साल बीत जाने के बाद भी वार्ड की हालत जस की तस क्यों है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल संत रविदास जयंती के मौके पर इसी इलाके में आते हैं, फिर भी यहां कोई विकास कार्य क्यों नहीं हो रहा?स्थानीय लोगों का आरोप है कि चुनाव के समय नेता वोट मांगते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद न तो वे जवाब देते हैं, न ही अधिकारी कोई पहल करते हैं। बीमारी और बदहाली में जी रहे इन परिवारों की बस यही मांग है – अब बिना देरी के, पार्षद और नगर निगम इस समस्या का समाधान करें और नागरिकों को एक साफ-सुथरा जीवन दें।