शिव के नगरी में भगवान जगन्नाथ के स्वागत और दर्शन के लिए उत्सव का पर्व सज चुका है , रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ , सुभद्रा और बलभद्र के दर्शन के लिए तीन दिनों तक लाखो श्रद्धालु का हुजूम उमड़ेगा।
काशी के लक्खा मेले में शुमार, करीब 250 वर्ष पुराने इस रथयात्रा के मेले में भगवान जगन्नाथ पंद्रह दिन के अज्ञातवास के बाद दर्शन देने के लिए शहर में निकलते हैं , मान्यता है इस दर्शन के बाद श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण होती है , पूरी की तरह ही इस आयोजन को भी रथयात्रा का मेला कहते हैं ,
जिसे पूरी के तर्ज पर ही मनाया जाता है।भगवान जनन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी का श्रृंगार कर गुरुवार को भोर में रथ पर मंगला आरती की गई। इसके साथ ही यहां तीन दिवसीय रथ यात्रा मेले का शुभारंभ हो गया।ऐसी मान्यता है कि रथ पर आसीन प्रभु के दर्शन मात्र से सारे कष्ट खत्म हो जाते है। आरती के दौरान प्रभु को आज 56 प्रकार का भोग भी अर्पित किया गया।