श्रावण मास की श्यामा तीज और शनिवार के दुर्लभ संयोग पर संकटमोचन महाबली हनुमान मंदिर में सोमवार को आध्यात्मिक इतिहास रच दिया गया। गोस्वामी तुलसीदास जी की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धालुओं की वर्षों की भक्ति और समर्पण से निर्मित 1100 किलोग्राम वजनी एक विराट घंटा मंदिर परिसर में विधिवत प्रतिष्ठित किया गया। यह घंटा भक्तों द्वारा कोरोना काल में अर्पित की गई सैकड़ों पीतल की घंटियों से निर्मित हुआ है, जो आज मंदिर में सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक बन गया है।
इस अवसर पर मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र ने कहा, “यह घंटा केवल ध्वनि नहीं, यह भक्तों की भावना, तप और श्रद्धा की प्रतिध्वनि है। यह परंपरा का पुनरुद्धार है और नई आध्यात्मिक चेतना की शुरुआत भी।”इस आयोजन को गोस्वामी तुलसीदास जी की स्मृति में एक सामूहिक श्रद्धांजलि के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने इसी दिन शरीर का त्याग किया था और रामभक्ति की अविरल धारा को जन-जन तक पहुँचाया।