सावन की शिवरात्रि पर भक्तिभाव का अनोखा नज़ारा: किसी ने 140 किमी दौड़ लगाई, किसी ने 70 किमी लेटते हुए चढ़ाया जल

सावन की शिवरात्रि पर पूरे उत्तर भारत में शिवभक्ति की अलौकिक झलक देखने को मिली। काशी विश्वनाथ मंदिर में बुधवार को तड़के 4 बजे मंगला आरती के साथ पूजा-अर्चना की शुरुआत हुई। बाबा का भव्य श्रृंगार फूलों और बेलपत्रों से किया गया। मंदिर के कपाट खुलते ही लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ पड़े। भक्तों पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाकर स्वागत किया गया। अनुमान है कि आज करीब 5 लाख श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे, हालांकि हर भक्त को महज 2-3 सेकेंड का समय ही मिल रहा है।जौनपुर के पहलवान धनंजय यादव ने 70 किमी की दूरी लेटते हुए तय की और बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाया। वहीं, बागपत निवासी स्पर्श राठी ने हरिद्वार से गंगाजल भरकर 140 किमी दौड़ लगाकर अपने गांव के शिव मंदिर में जलाभिषेक किया। इन श्रद्धालुओं की आस्था और जुनून ने सभी का ध्यान खींचा।

अयोध्या में एक बड़ा हादसा टल गया, जब मंदिर दर्शन के दौरान कांवड़ियों की खाली बस में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते बस आग का गोला बन गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। राहत की बात रही कि हादसे के वक्त सभी कांवड़िए मंदिर में मौजूद थे, जिससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कानपुर के आनंदेश्वर मंदिर में दर्शन कर शिवरात्रि मनाई। वहीं, सांसद और गायक मनोज तिवारी ने बस्ती में देर रात शिव भजनों की प्रस्तुति दी और त्रिशूल हाथ में लेकर नृत्य भी किया। मेरठ, मुरादाबाद और अयोध्या समेत कई शहरों के शिवालयों में भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और जलाभिषेक के लिए पहुंचे। सावन की शिवरात्रि इस बार पूरे देश में आस्था, ऊर्जा और श्रद्धा का पर्व बनकर उभरी है, जिसमें भक्तों का समर्पण हर सीमाओं को पार करता दिखा।

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