जिले की कचहरी परिसर में एक चौंकाने वाली और निंदनीय घटना सामने आई है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थित राजस्व विभाग के एक कक्ष में जौनपुर रेस्क्यू टीम के संस्थापक संदीप को कथित रूप से दस्तावेज मांगने पर बाहर से ताला लगाकर बंद कर दिया गया।मिली जानकारी के अनुसार, संदीप अपनी निजी भूमि से संबंधित अभिलेखों के लिए विभाग में पहुंचे थे। उन्होंने जब दस्तावेजों की मांग की, तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने पहले अभद्रता की और फिर उन्हें कमरे में बंद कर दिया। यह घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि कचहरी जैसे संवेदनशील परिसर में आम नागरिकों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाती है।स्थानीय लोगों का कहना है कि राजस्व विभाग में पहले भी भ्रष्टाचार, अनावश्यक देरी और कर्मचारियों के मनमानी रवैये की शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन इस बार जो हुआ, वह गंभीर और अस्वीकार्य है।
मामले की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच कराई जाए।दोषी कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए।कचहरी परिसर में नागरिकों की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित की जाए।दस्तावेज़ प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल प्रणाली को लागू और प्रोत्साहित किया जाए।यदि प्रशासन इस मामले पर शीघ्र संज्ञान नहीं लेता, तो पीड़ित पक्ष और नागरिक समाज धरना प्रदर्शन या न्यायिक कार्रवाई का रास्ता अपनाने को मजबूर हो सकते हैं।