समाज में डॉक्टर को जीवनदाता माना जाता है, लेकिन वाराणसी के सनराइज हॉस्पिटल के डॉ. अभिनव कटियार ने इसका उदाहरण पेश करते हुए एक सामाजिक सरोकार से जुड़ी नई पहल की शुरुआत की है। जहां एक ओर सरकारी स्तर पर प्राथमिक विद्यालयों को बंद किया जा रहा है, वहीं डॉ. कटियार ने अपने हॉस्पिटल कर्मचारियों के बच्चों को नि:शुल्क उच्च शिक्षा दिलाने की योजना शुरू की है।डॉ. अभिनव कटियार ने जानकारी दी कि हॉस्पिटल के किसी भी स्टाफ के बच्चे जिस भी मान्यता प्राप्त स्कूल में प्रवेश लेना चाहेंगे,
उनकी पढ़ाई से लेकर अन्य आवश्यक सुविधाएं हॉस्पिटल की ओर से प्रदान की जाएंगी। योजना के पहले चरण में डॉ. दिलीप मौर्या, अरविंद पांडे, पिंटू कुमार, संजय मौर्या, हरिद्वार राम बिंद और सौरव चौबे जैसे समर्पित कर्मचारियों के बच्चों को चयनित किया गया है।यह योजना उन कर्मचारियों पर लागू होगी जो अनुशासन एवं समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। डॉ. कटियार की सोच को लोगों ने रतन टाटा जैसी सामाजिक सोच से जोड़ते हुए सराहना की है। वाराणसी सहित पूरे चिकित्सा क्षेत्र में यह प्रयास एक प्रेरणादायक मॉडल बन सकता है।