सनातन धर्म रक्षा परिषद और रामपेय के तत्वावधान में 10 जुलाई से पातालपुरी मठ, नरहरिपुरा में गुरुपूर्णिमा महोत्सव, महादीक्षा संस्कार और 9 दिवसीय श्रीरामकथा का आयोजन किया जा रहा है। इस संबंध में मठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु बालकदेवाचार्य जी महाराज ने पत्रकारों से बात करते हुए जानकारी दी।जगद्गुरु ने कहा कि श्रीराम किसी एक धर्म या जाति के नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के हैं। इसलिए इस आयोजन में हर जाति और धर्म के लोग आमंत्रित हैं, यहां तक कि मुस्लिम और आदिवासी समाज के लोग भी दीक्षा लेंगे।
उन्होंने कहा कि आज जब परिवार और समाज बिखर रहे हैं, तो हमें राम के मार्ग पर चलना होगा। इसके तहत वे दुनिया भर के नेताओं को पत्र भेजेंगे ताकि उनके देशों में भी रामनीति लागू हो सके। साथ ही एक पीस कैबिनेट बनाकर इसे बौद्ध देशों में भेजा जाएगा ताकि शांति का संदेश फैलाया जा सकेजगद्गुरु ने यह भी कहा कि दीक्षा या शिक्षा में जाति-धर्म नहीं देखे जाते। गुरु का कार्य होता है अज्ञान को दूर कर ज्ञान का मार्ग दिखाना। जो राम, संस्कृति और इस परंपरा को मानते हैं, उनके लिए मठ के द्वार सदा खुले हैं