देश की आध्यात्मिक राजधानी काशी एक बार फिर ऐतिहासिक आयोजन की साक्षी बनने जा रही है। 18 से 20 जुलाई तक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्रालय के तत्वावधान में "युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन" आयोजित किया जाएगा। इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य युवाओं को नशामुक्त भारत के लिए प्रेरित करना है। रक्षा निखिल खडसे ने लिया तैयारियों का जायजा कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने बुधवार को केंद्रीय युवा एवं खेल राज्यमंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे वाराणसी पहुंचीं। उन्होंने आयोजन स्थल पर जिला प्रशासन और आयोजन समिति के साथ आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा की।उन्होंने बताया कि इस आयोजन में देशभर के 600 युवा आध्यात्मिक प्रतिनिधि शामिल होंगे, जो सभी धर्मों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "काशी न सिर्फ धार्मिक नगरी है, बल्कि विचारों की जागृति का केंद्र भी है। हम इस सम्मेलन में युवाओं को नशामुक्ति के लिए प्रशिक्षित करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वे अपने धार्मिक आयोजनों और प्रवचनों में नशा विरोधी संदेश शामिल करें।"उन्होंने यह भी कहा कि सरकार चाहती है कि युवा पीढ़ी अध्यात्म की ओर अग्रसर हो और नशे से दूर रहे।कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति की भी संभावना जताई गई है। आयोजन को लेकर सुरक्षा, चिकित्सा, यातायात और मीडिया कवरेज सहित सभी बिंदुओं पर विशेष तैयारियां की जा रही हैं। सम्मेलन में आए 600 युवा आध्यात्मिक प्रतिनिधियों को नशामुक्ति पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाद में ये प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में जनजागरूकता फैलाने का कार्य करेंगे।रक्षा खडसे ने कहा कि “यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि देश को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है, जिसमें आध्यात्मिक ऊर्जा और युवा शक्ति का संगम होगा।”