कम प्रदर्शन पर हटेगी तैनाती, गुडवर्क और अभियानों का देना होगा पूरा ब्योरा थाना प्रभारियों की कुर्सी केवल अनुभव या वरिष्ठता से नहीं, बल्कि उनके मासिक कामकाज के रिपोर्ट कार्ड से तय होगी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार रात आयोजित मासिक अपराध समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट कर दिया कि थानेदारों को अपने गुडवर्क और अभियानों का बिंदुवार विवरण हर महीने देना होगा।क्राइम मीटिंग में सभी DCP, ADCP, ACP और थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपराध नियंत्रण, वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी, अतिक्रमण हटाने, महिला अपराधों की रोकथाम और जनसुनवाई जैसी गतिविधियों में सक्रियता दिखाएं। रिपोर्ट कार्ड के कॉलम खाली मिले तो उनकी थानेदारी पर सीधा असर पड़ेगा।हर महीने की गुडवर्क रिपोर्ट ऑपरेशन चक्रव्यूह और अतिक्रमण अभियान में सहभागिता ,नशीले पदार्थों (अफीम, चरस, हेरोइन) की बरामदगी,ट्रैफिक और जाम से निपटने की पहल,जनप्रतिनिधियों और आमजन से व्यवहार,सीयूजी नंबर रिस्पॉन्स,अपराध नियंत्रण पर ‘जीरो टॉलरेंस’ पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अपहरण, गौहत्या, जातीय संघर्ष, साइबर और महिला
अपराध जैसे संवेदनशील मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। थानेदारों को सीएम डैशबोर्ड की पूरी जानकारी होनी चाहिए और सभी बिंदुओं पर कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी।कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए विशेष निर्देश:रात्रि अधिकारी सतर्क रहें, ट्रैफिक डायवर्जन व सुरक्षा प्लान तैयार रखें,शिविरों के पास गहरे जलाशयों की बैरिकेडिंग, झाड़ियों की सफाई,पार्किंग स्थलों पर प्रकाश, CCTV और पर्याप्त पुलिसबल की तैनाती,कांवड़ मार्ग पर सड़क किनारे बाजारों और सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक,पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पतालों की सूची दी जाए,सोशल मीडिया मॉनिटरिंग कर किसी भी भ्रामक/उत्तेजक पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई इस गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह, समस्त पुलिस उपायुक्त, सहायक आयुक्त, थाना प्रभारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।